करी पत्ता या कढ़ी पत्ता भारत में इसकी सुगंध और हड़ताली स्वाद के कारण लोकप्रिय हैं। करी पत्ते का पेड़ मूल रूप से भारत में इसकी सुगंधित पत्तियों के लिए उगाया जाता था। अपने अद्भुत और विशिष्ट स्वाद के कारण इसने धीरे-धीरे कई एशियाई किचन में अपनी एक खास जगह बनाई है। स्वाद के साथ ही इसमें अनेक औषधि गुण भी होते है l १. कढ़ी पत्ता विटामिन ए, बी, सी और बी 2 से भरपूर होता हैं। २. करी पत्ते को आयरन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत माना जाता है। इस कारण से, कैल्शियम की कमी और कई अन्य स्थितियों के उपचार के लिए करी पत्तियों का उपयोग किया जाता है। ३.वजन घटाना : करी पत्ते वजन घटाने में सहायता कर सकते हैं। इसमें स्थित कार्बाजोल अल्कलॉइड वजन बढ़ाने को रोकता है और शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। वजन कम करने में सहायता के लिए एक्सरसाइज और उचित खानपान के साथ करी पत्ते का सेवन किया जा सकता है। ४. पेचिश, कब्ज और दस्त के इलाज में मदद करता है :करी पत्ते का उपयोग पेट की खराबी के इलाज के लिए किया जा सकता है। सूखे करी पत्ते को पीसकर छाछ में मिला कर खली पेट पिए। दस्त, कब्ज और पेचिश जै...
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हड्डियों से चूस लेती है सारा कैल्शियम खाने से लेकर पीने वाली ये 5 चीजें, शरीर में छोड़ देंगी बस चूरा ही चूरा..·. Facts About Bones: कैल्शियम हमारे शरीर के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण खनिज है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत रखने के साथ-साथ हमारे रक्तचाप, मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र के सही संचालन में भी मदद करता है। यदि शरीर में कैल्शियम की कमी हो, तो हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसे फूड्स भी हैं जो शरीर से कैल्शियम को खत्म कर सकते हैं और हड्डियों को कमजोर बना सकते हैं? आइए जानते हैं, वो कौन से फूड्स हैं जिनसे आपको बचना चाहिए। 1. कोल्ड ड्रिंक (Soda) कोल्ड ड्रिंक, खासकर सॉफ्ट ड्रिंक्स, हर पार्टी या समारोह का हिस्सा बन जाते हैं। हालांकि, इन्हें ज्यादा मात्रा में पीने से शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है। इन ड्रिंक्स में फॉस्फोरिक एसिड पाया जाता है, जो शरीर से कैल्शियम के अवशोषण को रोकता है। इसके परिणामस्वरूप हड्डियों का कैल्शियम धीरे-धीरे कम होने लगता है। इसलिए अगर आप हड्डियों को स्वस्थ रखना चाहते ह...
#पीलिया को अंग्रेजी में (Jaundice) कहते हैं। इस बीमारी में खून में बिलाबीन के बढ़ जाने से त्वचा, नाखून और आंखों का सफेद भाग पीला नजर आने लगता है। पीलिया से पीड़ित मरीज का समय पर इलाज ना हो तो रोगी को बहुत नुकसान झेलना पड़ता है। यह एक सामान्य-सा दिखने वाला गंभीर रोग हैं। इस रोग में लिवर कमजोर होकर काम करना बंद कर देता है। प्रायः पीलिया होने पर लोग घबराने लगते हैं और पीलिया का इलाज करने के लिए एलोपैथिक के साथ-साथ अन्य कई तरह के उपाय करने लगते हैं। क्या आपको पता है कि आप पीलिया का घरेलू उपचार (home remedies for jaundice) भी कर सकते हैं। पीलिया तब होता है, जब शरीर में बिलीरुबिन नामक पदार्थ बहुत अधिक हो जाता है। बिलीरुबिन की अत्यधिक मात्रा होने से लिवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है, और इससे लिवर के काम करने की क्षमता कमजोर पड़ जाती हैं। बिलीरुबिन धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाता हैं जिससे व्यक्ति को पीलिया रोग हो जाता है। पीलिया का घरेलू इलाज इन उपायों द्वारा किया जा सकता हैः- पीलिया का इलाज गन्ने के रस से गन्ने का रस पीलिया में अत्यंत लाभकारी होता हैं। अगर दिन में तीन से चार बार सिर्...



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