17165
12.06.22
Sunday
कर्क, क्षय, कैंसर रोग नाम है उसका,
अदृश्य होकर वार करना काम है उसका,
घात लगाए बैठा है शरीर के भीतर घर करके,
कि पार कैसे पायेंगे इस अदृश्य छलिया बेरी से,
जीना सिखा रहे है जीने का सलिका सिख कर।

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